परिचय
      
        D.El.Ed (Diploma in Elementary Education)/BSTC/JBT में एडमिशन के लिए अक्सर “डोमिसाइल” सर्टिफिकेट मांगा जाता है। लेकिन कई छात्रों और पैरेंट्स को ये समझ नहीं आता कि डोमिसाइल आखिर है क्या, क्यों जरूरी है, और एडमिशन/काउंसलिंग में इसका क्या महत्व है।
      
      डोमिसाइल (Domicile) सर्टिफिकेट क्या है?
      
        - डोमिसाइल यानी “स्थायी निवासी प्रमाण पत्र” — यह सरकारी डॉक्युमेंट बताता है कि आप किसी विशेष राज्य/जिले के निवासी हैं।
 
        - हरियाणा, मध्यप्रदेश, राजस्थान, यूपी, बिहार समेत लगभग हर राज्य में अपने राज्य के स्टूडेंट्स को रिजर्वेशन/प्राथमिकता देने के लिए डोमिसाइल मांगा जाता है।
 
      
      D.El.Ed एडमिशन में डोमिसाइल का महत्व
      
        - राज्य की सीटों पर प्राथमिकता:
          
            - अधिकतर सरकारी और कई प्राइवेट कॉलेजों में 85-90% सीटें उसी राज्य के डोमिसाइल वालों के लिए रिजर्व रहती हैं।
 
            - बाहरी राज्य के कैंडिडेट्स को जनरल या ओपन कैटेगरी में कम सीटें मिलती हैं।
 
          
         
        - आरक्षण और फीस:
          
            - डोमिसाइल वाले स्टूडेंट्स को राज्य का आरक्षण, फीस में छूट, और कई बार छात्रवृत्ति (scholarship) का फायदा मिलता है।
 
            - बाहर के स्टूडेंट्स को ये लाभ नहीं मिलते।
 
          
         
        - काउंसलिंग/डॉक्युमेंट वेरिफिकेशन में जरूरी:
          
            - काउंसलिंग के समय डोमिसाइल दिखाना अनिवार्य होता है, वरना सीट कैंसिल हो सकती है।
 
          
         
      
      
        अन्य राज्य के छात्र का स्टेटस:
        अगर कोई छात्र किसी दूसरे राज्य (जैसे यूपी का छात्र हरियाणा में) D.El.Ed/BSTC में एडमिशन लेता है, तो उसे उस राज्य में सिर्फ जनरल (ओपन) कैटेगरी में ही माना जाता है।
        ऐसे छात्रों को वहाँ के डोमिसाइल/रिजर्वेशन, स्थानीय कट-ऑफ, या फीस छूट का लाभ नहीं मिलता। उन्हें केवल ओपन/जनरल सीटों के लिए ही एलिजिबिलिटी मिलती है, जो सीमित होती हैं।
      
      डोमिसाइल नहीं है तो क्या करें?
      
        - तुरंत अपने राज्य के जिला कलेक्टर/SDM ऑफिस में आवेदन करें।
 
        - कई राज्यों में ऑनलाइन भी डोमिसाइल बनता है (e-district पोर्टल आदि)।
 
        - एडमिशन के लिए अस्थायी प्रमाण पत्र भी चलता है, लेकिन काउंसलिंग के समय ओरिजिनल जरूरी है।
 
      
      किन्हें डोमिसाइल सर्टिफिकेट चाहिए?
      
        - जो भी कैंडिडेट सरकारी/प्राइवेट D.El.Ed कॉलेज में राज्य की रिजर्व सीटों पर एडमिशन लेना चाहता है।
 
        - अगर आप दूसरे राज्य के हैं तो “बाहरी राज्य” की कैटेगरी में काउंट होंगे।
 
      
      क्या डोमिसाइल हरियाणा/मध्यप्रदेश/राजस्थान में जरूरी है?
      
        - हरियाणा: जरूरी है।
 
        - मध्यप्रदेश: जरूरी है।
 
        - राजस्थान: जरूरी है।
 
        - बिना डोमिसाइल के राज्य की मेरिट या रिजर्वेशन में फायदा नहीं मिलेगा।
 
      
      डॉक्युमेंट वेरिफिकेशन में डोमिसाइल के बिना क्या होता है?
      
        - सीट अलॉटमेंट कैंसिल हो सकता है।
 
        - जनरल/ओपन कैटेगरी में एडमिशन मिलेगा (सीट्स लिमिटेड होती हैं)।
 
        - फीस, छात्रवृत्ति या अन्य लाभ नहीं मिलेंगे।