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D.El.Ed में डोमिसाइल (Domicile) का रोल क्या है?

डोमिसाइल का महत्व, बाहरी राज्य छात्र और जरूरी गाइडेंस

परिचय

D.El.Ed (Diploma in Elementary Education)/BSTC/JBT में एडमिशन के लिए अक्सर “डोमिसाइल” सर्टिफिकेट मांगा जाता है। लेकिन कई छात्रों और पैरेंट्स को ये समझ नहीं आता कि डोमिसाइल आखिर है क्या, क्यों जरूरी है, और एडमिशन/काउंसलिंग में इसका क्या महत्व है।

डोमिसाइल (Domicile) सर्टिफिकेट क्या है?

D.El.Ed एडमिशन में डोमिसाइल का महत्व

अन्य राज्य के छात्र का स्टेटस:
अगर कोई छात्र किसी दूसरे राज्य (जैसे यूपी का छात्र हरियाणा में) D.El.Ed/BSTC में एडमिशन लेता है, तो उसे उस राज्य में सिर्फ जनरल (ओपन) कैटेगरी में ही माना जाता है।
ऐसे छात्रों को वहाँ के डोमिसाइल/रिजर्वेशन, स्थानीय कट-ऑफ, या फीस छूट का लाभ नहीं मिलता। उन्हें केवल ओपन/जनरल सीटों के लिए ही एलिजिबिलिटी मिलती है, जो सीमित होती हैं।

डोमिसाइल नहीं है तो क्या करें?

किन्हें डोमिसाइल सर्टिफिकेट चाहिए?

क्या डोमिसाइल हरियाणा/मध्यप्रदेश/राजस्थान में जरूरी है?

डॉक्युमेंट वेरिफिकेशन में डोमिसाइल के बिना क्या होता है?

डोमिसाइल या एडमिशन से जुड़ा कोई सवाल?
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डिस्क्लेमर: यह जानकारी शैक्षिक मार्गदर्शन के लिए है। एडमिशन से पहले अपने राज्य की आधिकारिक वेबसाइट या काउंसलिंग नोटिफिकेशन जरूर चेक करें।
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